"गोंडवाना संदेश" का मूल मकसद गोंडवाना भू-भाग (GONDWANA LAND) के मूलनिवासियों को उनके अपने ऐतिहासिक, पुरातात्विक, यथार्थवादी, प्राकृतिक, वैज्ञानिक, तथ्यपरख, बौद्धिक, मौलिक, सृष्टिविजयकर एवं पुरखों की महान विरासत से प्राप्त आदिम सामाजिक संस्कारों को धारण रखने की अवधारणा जगाए रखते हुए, आधुनिक परिवेश में भी प्रकृति की तरह अटल नैतिक एवं सैद्धांतिक विकासक्रम की आवश्यकता हेतु जनजागृति का संदेश देना है.
क्या आपको गोंडी आती है, गोंडवाना शब्द का पहला प्रयोग कब हुआ था किसने किस ग्रंथ में किया, गोंड से गोंडीय (हिंदी में) बनता है, गोंडी भाषा में क्या शब्द बनेगा, लोग आजकल अंग्रेजों के लिखे पर अधिक विश्वास करते हैं, गोंडवाना भी शायद . मैं स्वदेशी स्वभाषा को मानता हूं
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